जिलाधिकारी ने पत्रकारिता के महत्व को बताते हुए कहा कि पत्रकारिता का काम समाज में जनता के बीच सौहार्द्र स्थापित करना है। जिलाधिकारी ने पत्रकारिता को प्राचीन काल से जोड़ते हुए कहा कि पत्रकारिता का मुख्य दायित्व है कि समाज के विभिन्न बिंदुओं का सामंजस्य बनाकर रखना चाहिए। पत्रकारिता सकारात्मक। होनी चाहिए। समाज को सुद्रढ़ बनाने के उद्देश्य से किसी भी व्यवस्था के चारों पाओं का संतुलन रखना आवश्यक है। पत्रकारिता में सामाजिक सरोकारों को उठाए जाने की ताकत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुद्दों को उठाना ही सोच नहीं होनी चाहिए। बल्कि मुद्दों का समाधान ढूंढना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। कार्यक्रम के आयोजक आरपी सरोज निदेशक दूरदर्शन एडीजी सूचना मंत्रालय ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य मारे सुदूर बैठे पत्रकार भाइयों को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और सूचनाओं का और उसका फीडबैक सरकार को देना चाहिए। साथ ही भारत सरकार की 80% ग्रामीण विकास की योजनाओं को जनता तक किस तरह पहुंचाया जाए इसका प्रमुख दायित्व है। जानकारी से साझा की इस कार्यशाला में जिले के प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लगभग 200 पत्रकारों ने भाग लेकर संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार भी अपने-अपने विचार समस्याओं को रखा। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट चंदन पटेल उन्नाव उन्नाव सूचना उपनिदेशक डॉ मधु तांबे दूरदर्शन के संवाददातामनीष चंद्र प्रवेश सिंह तथा वरिष्ठ पत्रकार अरुण दिक्षित विशाल सिंह आजतक नीरज सोनी पत्रकार प्राचीन मिश्रा पत्रकार आदि ने ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं से अवगत कराया। इस मौके पर समस्त पत्रकारों को पेन डायरी तथा बैग देकर कार्यक्रम का समापन हुआ
रिपोर्ट मोहम्मद इरफान खान उन्नाव