गडौरा बाजार हेड के एक पत्रकार के भाई के सह पर धुंआधार होती है नेपाल और भारत से अवैद्म सामानों की तस्करी जो रेंगहिया और लक्ष्मीपुर के बीच से होकर इटहिया मन्दीर के बगल से होकर छितौना ,गदहिला,डीगही,मेघौली,परागपुर के रास्ते से होकर सिरौली निचलौल पहुंच जाता है यहां तक कि लिखने में अफसोस होता है कि इन तस्करों के साथ मिल कर तस्करी करवाने वाले कुछ पत्रकार के भाई की भी भुमिका संदीग्ध है जो पकड़े जाने पर अपना परिचय एक पत्रकार के भाई बताते हैं इतना ही नहीं तस्करों के तरफ से कुछ करने को भी तैयार हैं पकड़े हुए अवैद्म सामानों को उस जगह से हटवाने में भी उनकी अहम भुमिका है जो गदहिला और छितौना के बीच मुर्गा फार्म पर पकड़ा गया था पकड़ें जाने के बाद निचलौल एस एच ओ को दुरभाष पर बताया गया एस एच ओ महोदय ने मामले को गम्भिरता से तो लिया लेकिन गाडी़ लेकर आनेवाले लोग देर कर दिए उसके पहले एक पत्रकार के भाई तस्करों के साथ मौके पर पहुंच कर तस्करों के तरफ से लड़ना शुरु कर दिये और मोटरसाइकिल पर लदा हुआ माल को तस्करों के साथ भेजवाने का काम किये और अपने आप को एक पत्रकार का भाई भी बताने लगे एक तो केवल भाई बताए लेकिन एक पत्रकार खुद अपने आकर तस्करों की चाटुकारिता करने लगे जिससे उस पत्रकार की भूमिका तस्करी करवाने में संदीघ्द लग रही है ऐसे लोग चौथे स्तम्भ की छबि धुमिल करने से जरा पिछे नहीं हट रहे हैं इससे स्पष्ट होता है कि केवल पत्रकार के आड़ में रहकर ऐसे कुछ भी करने से बाज नहीं आयेगें और केवल ऐसे लोगों के गाडी़ पर लोगों देखकर पुलिस भी ज्यादा गहन जांच नहीं कर पा रही है
उसी पत्रकारिता के आड़ में ऐसे लोग कोई भी अवैद्म काम करने से जरा सा भी पिछे नहीं हट सकते हैं।ऐसे लोगों पर शासन और प्रशासन की पैनी नजर होना अतिआवश्यक है सभी तरफ से हारने के बाद उल्टा ब्लेम भी लगाने में जरा सा संकोच नहीं करते जो बहुत ही निंदनीय है।
आज का अपराध न्यूज
ब्यूरो महराजगंज से रामसागर मिश्र।मो07518408770